हमारे विद्यालय में वरिष्ठ छात्रों को कई समूहों में विभाजित किया जाता है जहाँ वे कठिन विषयों पर चर्चा करते हैं और अपने खाली समय और व्यावहारिक अवधि के दौरान एक-दूसरे की मदद करते हैं। जूनियर कक्षाओं में छात्रों को अपने दम पर एक विषय तैयार करने और कक्षा के सामने प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी दी जाती है। इससे एक स्वस्थ वातावरण बनता है और छात्रों में जिम्मेदारी की भावना पैदा होती है।